फिरोजाबाद। वन विभाग ने जुलाई में प्रस्तावित वृहद पौधरोपण अभियान की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार विभाग का मुख्य फोकस एग्रो फॉरेस्ट्री (कृषि आधारित वनीकरण) पर है। इस अभियान के तहत आम, नींबू, अमरूद, आंवला और शीशम जैसे पेड़ों के बाग तैयार किए जाएंगे।
2025 के लिए रूपरेखा तैयार
वन विभाग ने कांच नगरी के लिए वर्ष 2025 तक एग्रो फॉरेस्ट्री की कार्ययोजना तैयार की है। इसके तहत जिले की सात नर्सरियों में आम, अमरूद, नींबू, आंवला और शीशम प्रजातियों के पौधे तैयार किए जा रहे हैं। इस साल जिले में 32 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें से 16 लाख पौधे वन विभाग द्वारा लगाए जाएंगे। विभाग ने बागवानी के लिहाज से इन पौधों की तैयारी पर विशेष ध्यान दिया है।
छह रेंज में कृषि आधारित पौधे तैयार
जिले की टूंडला, फिरोजाबाद, नारखी, सिरसागंज और जसराना रेंज में स्थित नर्सरियों में कृषि आधारित वनीकरण के तहत इन पौधों की तैयारी हो रही है। विभाग ने पौधरोपण अभियान के तहत गड्ढा खुदाई का काम भी शुरू कर दिया है। इन पौधों को उन स्थानों पर लगाया जाएगा, जो कृषि आधारित वनीकरण के लिए अनुकूल हैं।
पर्यावरण और हरियाली को बढ़ावा
वन विभाग के अनुसार, एग्रो फॉरेस्ट्री के तहत लगाए जाने वाले फलों के पेड़ न केवल हरियाली बढ़ाएंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाएंगे। आम, नींबू, आंवला और अमरूद के बगीचे पर्यावरण की दृष्टि से अत्यधिक लाभकारी हैं। एग्रो फॉरेस्ट्री आधारित कार्ययोजना को धरातल पर लाया जाएगा। यह फलों के बगीचे न केवल हरियाली का कारण बनेंगे, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक साबित होंगे।