सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पसंदीदा और राज्य की सबसे उत्कृष्ट गौशालाओं में शुमार सहारनपुर की मां शाकंभरी कान्हा उपवन गौशाला ने गोबर और गोमूत्र से एक नई पहल की है। इस होली पर गौशाला ने गोबर से प्राकृतिक हर्बल गुलाल तैयार किया है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी उपहार स्वरूप भेजा जाएगा।
इस गुलाल की खासियत यह है कि यह पूरी तरह से हर्बल और त्वचा के लिए सुरक्षित है। गौशाला के अधिकारियों का कहना है कि गोबर से बने पंचगव्य के औषधीय गुण त्वचा रोगों के इलाज में सहायक होते हैं। गुलाल में किसी भी प्रकार के केमिकल का उपयोग नहीं किया गया है।
गोबर से हर्बल गुलाल: प्रयास की सफलता
यह गौशाला, जो नगर निगम द्वारा संचालित है, प्रदेश की सबसे बेहतरीन और आईएसओ प्रमाणित गौशालाओं में से एक है। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. संदीप मिश्रा ने बताया कि गौशाला में करीब 582 गायें हैं। इस बार होली के लिए गोबर से बनाए गए गुलाल का उत्पादन पूरी तरह से सफल रहा।
गुलाल 6 अलग-अलग रंगों में उपलब्ध है – हरा, लाल, भगवा, पीला, गुलाबी और नीला। इसे बनाने के लिए गोबर की राख, अरारोट, फलों का रस, पालक, चुकंदर और इत्र का इस्तेमाल किया गया है। ये सभी प्राकृतिक तत्व गुलाल को न केवल हानिरहित बनाते हैं, बल्कि इसे त्वचा के लिए लाभकारी भी बनाते हैं।
कीमत और उपलब्धता
गुलाल 100 ग्राम और 200 ग्राम के पैकेट में उपलब्ध होगा।
- 100 ग्राम का पैकेट: ₹30
- 200 ग्राम का पैकेट: ₹50
यह कीमत बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त गुलाल से काफी सस्ती है। यह गुलाल न केवल नगर निगम के स्टॉल और बाजारों में, बल्कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे अमेजॉन पर भी बेचा जाएगा।
गुलाल की तैयारी और वितरण
अब तक करीब 200 किलो गुलाल तैयार किया जा चुका है। इसे सहारनपुर में अलग-अलग स्थानों पर स्टॉल लगाकर बेचा जाएगा। साथ ही, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के लिए भी इस विशेष गुलाल को भेजने की योजना बनाई गई है।
गोबर से हर्बल गुलाल बनाने की यह पहल न केवल पर्यावरण के अनुकूल है, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और जागरूकता बढ़ाने का भी एक प्रेरणादायक उदाहरण है।