सोशल मीडिया के जरिये हम पूरी दुनिया से जुड़े हुए है। कोई छोटी से छोटी खबर भी मिनटों में फ़ैल जाती है यही नही हम अपनी पर्सनल डिटेल भी यही सेव करकर रखते है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स की संख्या लगातार बढ़ रही है। यूजर्स अपने फोटोज, वीडियोज, जरूरी जानकारी और बिजनेस कनेक्शन ऑनलाइन प्रोफाइल्स में सेव करके रखते हैं।
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हमने यह कभी नही सोचा कि मरने के बाद आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल का क्या होता है? उसमें सेव की हुई जानकारी, फोटोज, वीडियोज और अन्य फाइल्स को आखिर कोई एक्सेस कर सकता है या नहीं? या फिर किस तरह से अकाउंट को डिलीट किया जा सकता है।
यह होता है मौत के बाद:
# जीमेल और गूगल प्लस: यह  सर्विस देने वाली कंपनी गूगल ‘inactive account manager’ नाम का टूल देती है। इसकी मदद से हम यह मैनेज कर सकते हैं कि आपकी मौत के बाद आपके अकाउंट का क्या हो। यहां आप एक टाइम लिमिट (6 महीने या 12 महीने) तय कर सकते हैं जिसके बाद आपके के अकाउंट का सारा डाटा ऑटोमैटिकली डिलीट कर दिया जाएगा। इसके अलावा आप किसी व्यक्ति को नॉमिनेट भी कर सकते हैं जिसे आपके सभी मेल मिलते रहेंगे।
# ट्विटर: किसी व्यक्ति की मौत के बाद अगर उससे जुड़ा कोई व्यक्ति ट्विटर को इसकी जानकारी देता है तो ट्विटर उस अकाउंट को डिएक्टिवेट कर देता है। इसके लिए डेथ सर्टिफिकेट की जरूरत होती है। कंपनी मरने वाले व्यक्ति से जुड़ी कुछ और जानकारियां भी मांगती है। जानकारी देने के तीस दिन बाद ट्विटर उस अकाउंट को हमेशा के लिए डिएक्टिवेट कर देता है।
# फेसबुक: फेसबुक, मरने के बाद आपके किसी भी रिश्तेदार को अकाउंट का एक्सेस नहीं देती है। इसकी जगह आपके चाहने वाले फेसबुक से आपके अकाउंट को ‘memorialized’ करने की रिक्वेस्ट कर सकते हैं। किसी भी हाल में आपके अकाउंट में कोई भी लॉगइन नहीं कर सकता। साथ ही, अकाउंट से किसी भी तरह की कोई छेड़छाड़ भी नहीं कर सकता। किसी व्यक्ति की मौत के बाद उसके नाम को ‘people you may know’ या ‘suggesting friends’ की लिस्ट में नहीं दिखाया जाता।
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