पटना में रहने वाली एक महिला अपनी बेटी की जबरन शादी कराने पर उतारू थी। 12 साल की बेटी का विवाह करने के लिए पिता भी राजी नहीं थे। बावजूद इसके मां ने अपनी मर्जी से लड़का देख लिया, शादी तय कर दी।
मंगलवार को शादी करने के लिए बारातियों के साथ दूल्हा भी आ गया। इस बीच पड़ोसियों ने हिम्मत भरा फैसला लिया। लड़की की जिंदगी बर्बाद होते देखकर उन्होंने इसकी खबर पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचते ही शादी के लिए आया दूल्हा और उसके साथ आए सारे बाराती तुरंत रफूचक्कर हो गए। आपको बता दें कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयासों से बाल विवाह के खिलाफ लगातार सामाजिक जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। इसमें पुलिस को भी तत्परता दिखाने की हिदायत दी गई है।
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कोतवाली थाने की पुलिस ने किया सराहनीय काम
कोतवाली थाने के पुलिस के प्रयास से अदालतगंज झुग्गी में रहने वाली 12 वर्षीय नाबालिग लड़की का निकाह रुकवा दिया गया। नाबालिग की मां 19 वर्षीय युवक से निकाह कराने जा रही थी। स्थानीय निवासियों की सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई की। पुलिस की पहुंचने पर लड़का पक्ष फरार हो गया। वहीं, मौके पर स्थानीय मजिस्ट्रेट भी पहुंच गईं। बाद में लड़की के परिवार वालों की काउंसलिंग की गई, जिसके बाद वे निकाह नहीं करने पर राजी हुए।
मौसी के बेटे से तय हुआ था निकाह
पुलिस के मुताबिक, अदालतगंज झुग्गी में रहने वाली महिला ने नाबालिग बेटी का निकाह मौसी के बेटे से तय कर दिया था। पिता व नाबालिग लड़की निकाह का विरोध कर रहे थे। मंगलवार को दोनों का निकाह था। निकाह के लिए लड़का पक्ष झुग्गी में पहुंच भी गया था। तभी लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंच पुलिस ने कार्रवाई की। कोतवाली थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि लड़की के स्वजनों को समझा दिया गया है। दोबारा से इस तरह का प्रयास नहीं करने का बांड भरवा मां-पिता को छोड़ दिया गया है।
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