बेटी की शादी हंसी ख़ुशी से हो ये हर माँ-बाप का सपना होता है लेकिन यहाँ तो कुछ और हो गया बेटी की शादी की खुसी के बीच पिता के मौत से मातम  का माहौल बन गया कब ख़ुशी मातम में बदल गया पता ही नहीं चला|

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The atmosphere of happiness changed in sorrow before the daughter’s dolly raised the meaning of the father

शिकोहाबाद के थाना नसीरपुर क्षेत्र के निवासी छैछापुर कोमल सिंह जिनकी उम्र 63 वर्ष है जिनका परिवार शिकोहाबाद नगर के मोहल्ला मेलबाग़ में रहता है | इनकी बेटी की शादी 22 जनवरी को अतुल के साथ होनी थी अतुल मोहल्ला खेड़ा का निवासी है |

दोनों परिवारों के बीच शादियों की रस्मे हंसी खुसी से कर रहे थे दोनों परिवारों के बिच हसी ख़ुशी का माहौल था | उधर गेस्ट हाउस में दावत चल रही थी तथा वर पक्ष बारात लेकर गेस्ट हाउस तक पहुंच चूका था |

पर जैसे ही बारात गेस्ट हाउस पर पहुंची ,वैसे ही दुल्हन की पिताजी जी मौत हो गयी जो काफी दिन से बीमार थे | ख़ुशी का माहौल मातम में बदल गया | शादी को शांतिपूर्वक कराया गया बेटी की डोली उठने के बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया

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