सूरत में ट्यूशन टीचर और नाबालिग छात्र का मामला: प्रेग्नेंसी के बाद भागने की कोशिश
टीचर और छात्र का शहर छोड़कर भागना
यह सनसनीखेज मामला तब सामने आया जब ट्यूशन टीचर अपने 13 साल के छात्र को लेकर सूरत से फरार हो गई। चार दिन की गहन तलाश के बाद पुलिस ने दोनों को जयपुर से अहमदाबाद जाते समय पकड़ लिया। पूछताछ में टीचर ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि वह पांच महीने की गर्भवती है और बच्चा उसी नाबालिग छात्र का है। उसने दावा किया कि दोनों पिछले दो साल से “प्यार” में थे, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।
अवैध शारीरिक संबंध की पुष्टि
नाबालिग छात्र ने पुलिस को बताया कि उसका अपनी टीचर के साथ कई बार शारीरिक संबंध बना था। मेडिकल जांच ने इस बात की पुष्टि की कि छात्र पिता बनने में सक्षम है। पुलिस अब डीएनए टेस्ट के जरिए मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। यह घटना केवल कानूनी जांच तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के सामने कई असहज सवाल खड़े करती है।
रिश्ते की शुरुआत और प्रेग्नेंसी का खुलासा
जांच से पता चला कि टीचर और छात्र का रिश्ता तब शुरू हुआ जब छात्र टीचर के घर ट्यूशन पढ़ने जाता था। टीचर ने नाबालिग को अपने प्रभाव में लिया और दो साल तक यह अवैध रिश्ता चलता रहा। जब टीचर को अपनी गर्भावस्था का पता चला, उसने छात्र को लेकर भागने का प्लान बनाया। उसने छात्र से उसके कपड़े मंगवाए, एक नया बैग और सिम कार्ड खरीदा, और दोनों अलग-अलग शहरों के होटलों में ठहरते हुए फरार हो गए। टीचर की योजना थी कि वह किसी अनजान शहर में छात्र के साथ नई जिंदगी शुरू करे।
कानूनी कार्रवाई और पॉक्सो एक्ट
पुलिस ने टीचर के खिलाफ पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्शुअल ऑफेंसेज) एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से जटिल है, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर करता है कि शिक्षक-छात्र के रिश्ते की पवित्रता को कैसे बनाए रखा जाए।
यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि बच्चों की सुरक्षा और शिक्षा के माहौल को और सख्त करने की जरूरत है। सूरत की इस घटना ने न केवल कानून, बल्कि नैतिकता और रिश्तों की सीमाओं पर भी गहरी चोट की है।