why-peoples-are-left-handed-kianews

आपने अक्सर अपने आसपास कई लोगों को बाएं हाथ से लिखते देखा होगा। जबकि अधिकतर लोग लिखने या काम करने में अपने दाएं (दाहिने) हाथ का इस्तेमाल करते हैं। दाएं हाथ से लिखने वाले को राइट हैंडेड (Right Handed) और बाएं हाथ से लिखने वाले को लेफ्ट हैंडेड (Left Handed) कहा जाता है. आप भी दाएं हाथ से लिखते होंगे. मगर आप किसी न किसी ऐसे व्यक्ति को जरूर जानते होंगे जो खाने, लिखने या अन्य काम करने के लिए अपने बाएं हाथ का इस्तेमाल करता है। लेकिन क्या कभी आपने दायें और बायें हाथ से लिखने की वजह को जानने का प्रयास किया? कभी आपके भी दिमाग में यह प्रश्न उठा कि अगर ऐसा होता है तो क्यों? तो चलिए इस सवाल का जवाब हम आज आपको इस इस आर्टिकल में बताते हैं तो ये होती है बाएं हाथ से लिखने (Left Handed) होने की वजह, why peoples are left handed? तो भैया ये दोनों ही अवस्थाएं हमारे दिमाग़ और DNA की वजह से होती हैं. शायद आपको पता हो कि दुनिया भर में 90 प्रतिशत लोग लिखने के लिए अपने दाहिने हाथ का इस्तेमाल करते हैं और सिर्फ १० प्रतिशत लोग ही अपने बायें हाथ का इस्तेमाल करते हैं.
इस पोस्ट को अच्छे से पढ़ने के लिए हमारी एंड्राइड ऐप का इस्तेमाल करें ऐप डाउनलोड करें

क्यों होते हैं लोग Right Handed ?

सबसे पहले बात करते हैं Right Handed की, जैसा कि हम सभी को पता है और अगर नहीं पता तो जान लीजिये कि हमारे दिमाग़ का बायां हिस्सा हमारे शरीर के दायें हिस्से को कंट्रोल करता है और हमारे दिमाग का दायां हिस्सा बायें हिस्से को कंट्रोल करता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, जब हम किसी भाषा को बोलना अथवा लिखना सीखते हैं तो उसमे बायें हिस्से का इस्तेमाल ज़्यादा होता है, जिसके चलते हमारे दिमाग का बायां भाग (Left Part) हमारे Right Hand को निर्देश देता है इसीलिए ज़्यादातर लोग राइट हैंड से ही लिखते और काम करते हैं.

क्यों होते हैं लोग Left Handed ?

अब बात करते हैं उनकी जो लोग बाएं हाथ (Left Hand) से लिखते हैं.  लेफ्टी लोगों के दिमाग़ की एनर्जी ज़्यादा वेस्ट होती है क्योंकि बाएं हाथ (Left Hand) से लिखने की प्रक्रिया में दाएं हाथ की अपेक्षा अधिक एनर्जी खर्च होती है. ऐसी स्थिति में हमारा दिमाग़ भाषा और डेटा को दाएं हिस्से में ट्रांसफ़र करता है फिर दायां भाग उस सिग्नल को समझकर हमे लेफ़्ट हैंड से लिखने का निर्देश देता है. तो इस पूरी प्रक्रिया में काफी एनर्जी खर्चती हैं क्योंकि इसमें निर्देश एक लम्बी प्रक्रिया से होकर  गुजरता है. और इसीलिए हमारा दिमाग़ हमें दाएं हाथ (Right Hand) से लिखने का निर्देश देता है क्योंकि वह जानता है कि समय और एनर्जी कैसे बचाएं? और इसी को एनर्जी मैनेजमेंट कहते हैं और ऐसा करने में हमारा दिमाग हमसे ज्यादा तेज होता है.

DNA भी होता है वजह

आइए अब आपको बताते हैं कि हमारा DNA में ऐसा क्या होता है जिसकी वजह से हम लेफ़्टी या राइटी होते है, तो जनाब अमेरिका में साल 2012 में एक रिसर्च की गयी, जिसमें ये पता लगा कि अगर बच्चे के माँ – बाप (Parents) राइटी हैं तो बच्चे के लेफ़्टी होने की संभावना महज़ 9 प्रतिशत प्रतिशत ही होती है. वहीं अगर दोनों में से एक लेफ़्ट हैंडेड है और एक राइट हैंडेड तो बच्चे में लेफ़्ट हैंडेड होने की संभावना 9 फ़ीसदी से बढ़कर 19 फ़ीसदी हो जाती है. और अगर दोनों ही पेरेंट्स लेफ़्टी होते हैं तो बच्चे के लेफ़्टी होने की संभावना 26 प्रतिशत तक बढ़ जाती है. तो इस तरह से DNA भी हमारे लेफ़्ट हैंडेड या राइट हैंडेड होने की वजह बनता है.

अब सवाल इस बात का है कि 90 प्रतिशत लोगों में सिर्फ़ 10 प्रतिशत लोग ही लेफ़्टी क्यों होते हैं? तो इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह एनर्जी मेनेजमेंट ही है. होता ये है कि बचपन में बहुत से बच्चों का दिमाग़ एनर्जी मैनेजमेंट नहीं कर पाता, जिसके कारण हमारा दिमाग़ दाहिने हाथ से लिखने को मजबूर नहीं करता और हम बचपन में बाएं हाथ से लिखने लगते हैं.

Left-handed personalities in India

left handed personalities in india

हमारे देश में कई ऐसे प्रसिद्ध हस्तियां (Left handed personalities in India) हैं जो लेफ़्ट हैंडेड (लेफ्टी) हैं जैसे महात्मा गाँधी, मदर टेरेसा, आशा भोंसले, अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, रतन टाटा, रजनीकांत और यहाँ तक की हमारे वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी भी लेफ्टी हैं।

Left handed Personalities in the World

left handed personalities in world

इसके अलावा विश्व भर में ऐसी कई हस्तियां हैं जो लेफ्टि हैं जैसे अल्बर्ट आइंस्टाइन, वाल्ट डिज़्नी, बराक ओबामा, फेसबुक के जनक मार्क जुकेरबर्ग, चार्ली चैपलिन, माइकल जेक्सन वगैरह वगैरह लिस्ट बहुत लम्बी है.

तो उम्मीद है अब तो आपको इस सवाल का जवाब मिल ही गया है कि कोई लेफ्टी (Left Handed) या राइटी (Right Handed) क्यों होता है. तो अब अगर कोई आपको बाएं हाथ (left hand) से लिखता मिले तो ये ज्ञान जरूर पेल दीजियेगा ताकि लोग आपको ज्ञानी पुरुष समझे। और हाँ ज्ञान से याद आया, ज्ञान हमेशा बांटने से बढ़ता है तो नीचे दिए शेयर के बटन को दबाकर इसे अपने सभी जानने वालों के साथ whatsapp, फेसबुक या जहाँ भी आप चाहें शेयर कीजिये। अपना ज्ञान और मान बढ़ाइए और हमारा उत्साह। इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने और अपना प्यार देने के लिए आपका प्रेम पूर्वक धन्यवाद।