भारत-पाकिस्तान (India-Pakistan) कितना ही लड़ लें, लेकिन फिर ये आपस में किसी न किसी तरह से जुड़े हुए हैं. फिर चाहे बात इंसान की हो या किसी ऐतिहासिक चीज़ की. इसलिये आज हम आपको बतायेंगे एक स्टेशन के बारे में जहां एंट्री लेने के लिये आपको पाकिस्तानी पासपोर्ट की ज़रूरत होती है. अब जिन लोगों को इस स्टेशन के बारे में नहीं पता है. उनके मन में कई सारे सवाल उठ रहे होंगे, तो चलिये आज इसकी कहानी भी जान लेते हैं.
कहानी अटारी स्टशन की
दरअसल, हम बात कर रहे हैं अमृतसर स्थित अटारी श्याम सिंह (Attari Shyam Singh) नामक स्टेशन (Station) की. ये ही वो स्टेशन है जहां से पहली दफ़ा समझौता एक्सप्रेस चली थी. जानकारी के मुताबिक, भारतीय बिना वीज़ा (Visa) इस स्टेशन के अंदर नहीं जा सकते, क्योंकि यहां की सभी ट्रेने सिर्फ़ पाकिस्तानी नागरिकों के लिये ही हैं.
कैसा होता है स्टेशन का माहौल?
अटारी स्टेशन का माहौल बाक़ी स्टेशन्स से थोड़ा अलग होता है. दोनों देशों के रिश्तों को देखते हुए स्टेशन पर अनहोनी होने की आशंका लगी रहती है. इसके मद्देनज़र रखते हुए यहां हमेशा सशस्त्र बल तैनात रहते हैं. इसके साथ ही स्टेशन में एंट्री लेने वाले सभी यात्रियों को कई जांच प्रक्रियों से होकर गुज़रना होता है. यही नहीं, स्टेशन के कोने-कोने में सीसीटीवी भी लगे रहते हैं.
नहीं ले सकते हैं कुली की मदद
कहते हैं कि इस स्टेशन में यात्रियों के अलावा दूसरे लोगों को आने की इजाज़त नहीं होती है. इसलिये यहां कोई कुली भी नहीं होता है. स्टेशन की तरफ़ से यात्रियों को उतना ही सामान लाने की इजाज़त होती है, जितना वो ख़ुद उठा कर ले जा सकें.
बिना वीजा हो सकती है गिरफ़्तारी
जानकारी के अनुसार, अगर आपने यहां बिना वीजा के एंट्री लेने की कोशिश की, तो आपको गिरफ़्तार भी किया जा सकता है. ‘धारा-14’ के तहत पकड़े गये लोगों को जमानत मिलने में भी कई सा लग जाते हैं.
स्टेशन से जुड़ी जानकारी कैसी लगी हमें कमेंट में बताइयेगा ज़रूर.
I have been absent for a while, but now I remember why I used to love this blog. Thank you, I will try and check back more frequently. How frequently you update your site?