शिकोहाबाद। इंटरमीडिएट की एक छात्रा सोमवार को नहर में गिरने के बाद लगभग एक किलोमीटर तक बहती चली गई। गनीमत रही कि उसने नहर के किनारे लगे पेड़ की टहनी पकड़ ली, जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि, छात्रा द्वारा लगाए गए आरोपों की पुलिस जांच में एक अलग ही सच्चाई सामने आई।
घटना का विवरण
थाना क्षेत्र के गांव लभौआ की 17 वर्षीय अंजली, जो बारहवीं कक्षा की परीक्षा देने आई थी, साइकिल से घर लौट रही थी। रास्ते में दिखतौली नहर पुल के पास, उसने दावा किया कि एक अज्ञात युवक ने उसे धक्का देकर नहर में गिरा दिया।
छात्रा ने पुलिस को बताया कि नहर में गिरने के बाद वह लगभग एक किलोमीटर तक बहती रही। उसे तैरना आता था, इसलिए उसने नहर किनारे लगे पेड़ की एक टहनी पकड़ ली और शोर मचाया। शोर सुनकर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उसे नहर से बाहर निकाला।
पुलिस जांच में आया नया खुलासा
सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और छात्रा को थाने ले गई। छात्रा के चाचा प्रदीप ने बताया कि वे उसे काफी देर से ढूंढ रहे थे।
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में यह पता चला कि छात्रा का अपने परिजनों से झगड़ा हुआ था। इसी के चलते उसने खुद नहर में कूदने का कदम उठाया। शुरुआत में उसने एक अज्ञात युवक पर धक्का देने का आरोप लगाया था, लेकिन पुलिस जांच में यह दावा झूठा निकला।
पुलिस ने मामले की सत्यता स्पष्ट करने के बाद छात्रा को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि छात्रा के आरोप झूठे पाए गए और यह मामला घरेलू विवाद के कारण नहर में कूदने का निकला।