समाजवादी विजय यात्रा लेकर अपनी कर्मस्थली पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का सपा का गढ़ माने जाने वाले मैनपुरी में जोशीला स्वागत हुआ। जिन रास्तों से भी रथ गुजरा, पुष्प वर्षा कर समर्थकों ने अपना आशीर्वाद दिया।

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35 किमी के दायरे में एक सैकड़ा स्थानों पर फूल-मालाओं के साथ स्वागत किया गया।

विधानसभा चुनाव से पहले सपा की विजय यात्रा को लेकर कई मायने निकाले जा रहे हैं। आठवें चरण में मंगलवार की दोपहर रथ के साथ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव क्रिश्चियन मैदान में पहुंचे। यहां आधा घंटा से ज्यादा देर तक जनसमूह को संबोधित करने के बाद वे विजय यात्रा को लेकर अगले पड़ाव एटा के लिए लेकर रवाना हो गए। रवानगी से पूर्व शहर के क्रिश्चियन तिराहा से लेकर कुरावली बार्डर तक लगभग 35 किमी की दूरी के बीच एक सैकड़ा स्थानों पर समर्थकों ने रथ को रोककर यात्रा का स्वागत किया।

काफिला जैसे-जैसे आगे बढ़ता गया, साथ में वाहनों और समर्थकों की संख्या भी जुटती रही। क्रिश्चियन तिराहा, रोडवेज बस स्टैंड, जिला अस्पताल रोड, तहसील मार्ग, ईशन नदी तिराहा, कुरावली तिराहा, नगला पजाबा, रमईहार के बाद शीतला माता मंदिर तिराहे तक जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा की। सैकड़ों वाहनों के काफिलों के साथ देर शाम वे एटा की सीमा में प्रवेश कर गए। जाम से जूझता रहा शहर

जनसभा के बाद अगले पड़ाव के लिए विजय यात्रा की रवानगी से शहर में जाम के हालात बन गए। पुलिस ने रास्तों से वाहनों को हटवाना शुरू कर दिया। राधा रमन रोड पर एक लेन पर पूरी तरह से आवाजाही को बंद कर दिया गया था। कार्यक्रम की वजह से सामान्य राहगीरों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा। नाकाम दिखी व्यवस्था, सुरक्षा घेरा ध्वस्त

शहर के क्रिश्चियन मैदान में जनसभा को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कराए थे, लेकिन व्यवस्था नाकाम दिखी। जनसभा के दौरान ही भीड़ ने अखिलेश यादव का सुरक्षा घेरा तोड़ दिया और उनके रथ के बेहद नजदीक जा पहुंचे। पुलिस द्वारा कोई सक्रियता नहीं दिखाए जाने पर खुद पूर्व मुख्यमंत्री ने पुलिस की कार्यशैली पर मंच से सवाल खडे़ कर दिए।

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