गौरव चौहान एक अनुभवी और रचनात्मक लेखक और कवि हैं। काव्य जगत में लोग उन्हें गौरव ग़ाफ़िल के नाम से पहचानते हैं। चौहान उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं और हिंदी साहित्य के प्रति उनका प्रेम बचपन से है। चौहान ने अपनी पहली कविता तब लिखी जब वे खुद कक्षा नवीं में पढ़ते थे। आप देश भर में अब तक अनेकों कवि सम्मेलनों के मंचों पर अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। तथा ढेरों पुरस्कार तथा सम्मान प्राप्त कर चुके हैं। आप हिंदी भाषा के उत्थान हेतु देश में एक गतिशील संस्था 'प्रज्ञा हिंदी सेवार्थ संस्थान ट्रस्ट' के संस्थापक तथा सचिव हैं। व्यावसायिक तौर पर टेक में रूचि होने के कारण फ़िलहाल इस वेबसाइट पर टेक और विज्ञान से सम्बंधित ब्लॉग भी हमारे लिए लिखते हैं। साथ ही हमारे संस्थान के परामर्शदाता तथा एडमिन हैं।