हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की 10वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं में प्रशासन द्वारा किए गए कड़े इंतजाम भी नकल पर लगाम लगाने में नाकाम साबित होते नजर आए। शुक्रवार को आयोजित गणित विषय की परीक्षा के दौरान कई परीक्षा केंद्रों पर बाहरी तत्व सक्रिय रहे। खासकर ग्रामीण इलाकों में युवक दीवारों पर चढ़कर खिड़कियों से पर्चियां फेंकते दिखे। पुलिस बल तैनात होने के बावजूद नकल माफिया बेखौफ नजर आया।
शिक्षकों की भूमिका भी संदिग्ध
सोनीपत के एक गांव में तो परीक्षा में नकल कराने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां शिक्षकों ने खुद एक कमरे में बैठकर पर्चियां तैयार कीं और उन्हें परीक्षार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास किया। यह घटना प्रशासन की नकल पर रोक लगाने की मुहिम पर सवाल खड़े करती है।
धारा-144 लागू होने के बावजूद सुरक्षा इंतजाम फेल
शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन ने परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा-144 लागू कर रखी थी, जिससे किसी भी अवांछित गतिविधि पर रोक लगाई जा सके। लेकिन कई केंद्रों पर भीड़ नियंत्रित करने में प्रशासन नाकाम दिखा। परीक्षा शुरू होते ही कुछ युवा किताबों और कागजों पर उत्तर लिखकर खिड़कियों से अंदर फेंकते नजर आए। पुलिसकर्मी उन्हें खदेड़ते रहे, लेकिन वे दूसरी जगह से फिर वापस लौट आते।
76 परीक्षा केंद्रों पर हुआ गणित का पेपर
जिले में 10वीं बोर्ड परीक्षा के लिए कुल 76 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें 15,589 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। इनमें नियमित छात्रों के साथ-साथ ओपन स्कूल के परीक्षार्थी भी शामिल थे। परीक्षा दोपहर 12:30 बजे शुरू हुई, लेकिन एक घंटे पहले से ही विद्यार्थी और उनके अभिभावक केंद्रों के बाहर जुटने लगे थे।
प्रशासन की कड़ी चेतावनी
इस पूरे घटनाक्रम के बाद शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन ने परीक्षा में गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। अधिकारियों का कहना है कि नकल कराने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि परीक्षा की शुचिता बनी रहे।