उत्तर प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग प्रतिभा शुक्ला जी द्वारा आज बुधवार को जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दौरान वन स्टॉप सेण्टर का फीता काटकर उद््घाटन व निरीक्षण कर विभागीय अधिकारियों के साथ मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन सहित विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से समीक्षा की। उन्होने महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की समीक्षा के दौरान जनपद में संचालित आगनबाडी केन्द्रों की जानकारी प्राप्त करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी से केन्द्रों की स्थिति के बारें में जाना, जिसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल संचालित आगनबाडी केन्द्रों की 2540 आगनबाडी केन्द्र है, जिसमें से ग्रामीण क्षेत्र में 1879 केन्द्र एवं शहरी क्षेत्र में 661 केन्द्र संचालित है। उन्होने सभी सीडीपीओ से अपनी-अपनी परियोजनाओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होने जाना की पुष्ठाहार का वितरण शत-प्रतिशत हो रहा है कि नही। उन्होने सीडीपीओ व सुपरवायजर को भावनात्मक रूप से झंझोरते हुए कहा कि गरीब के हक का पोषण उनके कटोरे में पहुचना चाहिएं। उन्होने शत-प्रतिशत पुष्टाहार वितरण कराने के लिए सभी को निर्देश के साथ प्रोत्साहित किया। उन्होने कहा कि पुष्टाहार की चोरी करना मतलब गरीब केे कटोरे से सिक्के निकालने जैसा महापाप है।
उन्होने प्रोबेशन विभाग की समीक्षा के दौरान जिला प्रोवेशन अधिकारी को निर्देश दिए कि जनपद में विधवा पेंशन की स्वीकृति के लिए देरी नही होना चाहिए, इसके लिए विधवाओं द्वारा किए गए पेंशन आवेदन का सत्यापन विकास खण्ड स्तर पर लम्बित नही रहना चाहिए। इसके लिए उन्होने मुख्य विकास अधिकारी से आग्रह किया कि वह विकास खण्ड स्तर पर सत्यापन सुनिश्चित कराऐं ताकि विधवाओं को जल्द से जल्द पेंशन उनके खाते में प्राप्त हो सके। विधवाओं के बच्चों को सरकार द्वारा संचालित बाल सेवा योजना में सम्मिलित करते हुए, उनका दाखिला अटल विद्यालय में कराऐं। उन्होने जिला प्रोवेशन अधिकारी को निर्देश दिए कि वह बालगृह का निरीक्षण करते रहें। उनकी निरन्तर देखभाल सुनिश्चित कराए और अलग से बच्चों से बातचीत करंे उनकी परेशानी को जाने, उनका शोषण तो नही हो रहा है यह सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर एक प्रेस वार्ता के दौरान बताया उन्होने बताया कि यह हमारा विभागीय दौरा है, उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी के निर्देश है कि 75 जनपदों में हमारे आंगनवाड़ी केंद्र किस तरह चल रहे हैं, प्रोबेशन अधिकारी किस तरह महिला कल्याण, सुरक्षा की बात कर रहे हैं। उन्होने बताया कि नारी सशक्तिकरण तीन मुद्दों पर चल रहा है कि नहीं सुरक्षा-स्वास्थ्य-स्वावलंबन और आंगनवाड़ी 8 से 11 बजे तक खोला जाए जिससे बच्चों का मानसिक विकास हो, आंगनवाड़ी में कोई बच्चा कुपोषित न रहे यह हमारे मुख्यमंत्री के निर्देश हैं। उन्होने बताया कि अच्छा पुष्टाहार मिले यह हमारे मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की मंशा है।
उन्होंने बताया कि नारी सशक्तिकरण के अंतर्गत बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के लिए कार्य करते हैं जिससे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के रेशियो पर अच्छे से काम हो सके जिससे बेटियों का रेशियो सही हो। उन्होने बताया कि हमारी बेटियां किसी से कम नही हो, उन्होने यह भी बताया कि दूसरा हमारी बेटियां सुरक्षित रहें और हमारी बेटियों को अच्छी शिक्षा मिले। उन्होंने सुमंगला योजना, बाल सेवा योजना व विधवा पेंशन योजना सहित अन्य विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कायाकल्प के माध्यम से स्कूलों का विकास हो रहा है उसी तरह आंगनवाड़ी केंद्र का भी विकास किया जाएगा। इस अवसर पर क्षेत्रीय सासंद डा0 चन्द्रसैन जादौन, मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, नगर पंचायत जसराना के चेयरमेन राजीव कुमार गुप्ता, नगर पंचायत मक्खनपुर की चेयरमेन गीता देवी व सामाजिक कार्यकत्री रंजना गुरूदत्त सिंह सहित विभागीय अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहंें।