भारत की बजट लिस्ट जारी हो चुकी है जिस पर नरेंद्र मोदी जी ने कहा है की यह बजट लोगो के लिए नयी उम्मीद और अवसर लेकर आया है | यह अर्थव्यवस्था को मजबूत करता है ये अधिक बुनियादी ढांचे, अधिक निवेश ,अधिक विकास और अधिक नौकरियों से भरा हुआ है | हरित नौकरियाँ का एक नया प्रावधान भी है बजट युवाओं के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करता है|
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2022 Budget List: Finance Minister Sitharaman released the budget list
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया है बजट पेश करने के बाद सीतारमण जी ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि “हमने टैक्स नहीं बढ़ाया है” | एक भी पैसा अतिरिक्त टैक्स के द्वारा कमाने की कोशिश नहीं की | पिछली प्रधमंत्री नरेंद्र मोदी जी का कहना था की घाटा कितना भी हो ,इस महामारी में जनता पर टैक्स का बोझ नहीं डालेंगे | इस बार भी इन्होने वही निर्देश दिए थे | कहा की हम हर ट्रांजैक्शन पर 1% टीडीएस लगाकर उसमे क्रिप्टो करेंसी के हर लेन देन पर भी नजर है |
सीताराम जी ने इनकम टेक्स पर स्लैब में छूठ का इंतजार करने वालो को सुनाया महाभारत का श्लोक
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को साल 2022-23 के लिए बजट पेश किया है | इस बजट की हर मिडिल क्लास उम्मीद लगाए बैठा था की टैक्स स्लैब में कुछ बदलाव होंगे | हालाँकि बता दे की इस बजट से माध्यम वर्ग को टैक्स से सम्बंधित रहत मिली है वही टैक्स में छूठ न मिलने से सीतारमण ने महाभारत के श्लोक में कहा है की आखिर टैक्स में बदलाव क्यों नहीं किया गया है | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महाभारत के शांति पर्व के अध्याय 72 के श्लोक 11 को पढ़ते हुए कहा- दापयित्वाकरंधर्म्यंराष्ट्रंनित्यंयथाविधि। अशेषान्कल्पयेद्राजायोगक्षेमानतन्द्रितः॥११॥
केंद्रीय बजट के इनकम टैक्स में कोई फेरबदल नहीं हुआ है यह पहले की ही तरह चलता रहेगा | मंगलवार एक फरवरी ,2022 को संसद ने अपने 90 मिनट के भाषण सीतारमण जी ने कहा है की सरकारी पेंशन पर लगने वाले टैक्स पर छूठ दी जाएगी |
क्रिप्टो करेन्सी पर से होने वाली आय पर 30 फीसदी टैक्स चुकाना पड़ेगा | वही आगे वे कहती है की भारतीय रिजर्व बैंक एक नयी डिजिटल करेन्सी आएगा
टैक्स को लेकर क्या बोलीं FM?:
- कॉपोरेटिव टैक्स घटा। 18% से 15% हुआ।
- इस पर लगने वाला सरचार्ज भी कम किया गया। पहले 12% था, अब 7%।
- कॉपोरेटिव टैक्स की सीमा बढ़ाकर 10 करोड़ रुपए हुई।
- ITR में गड़बड़ सुधारने को दो साल का वक्त मिलेगा।
- पेंशन में भी टैक्स पर छूट
- क्रिप्टो करेंसी से होने वाली आय पर 30 फीसदी कर
क्या चीज हुई महंगी और क्या चीज हुई सस्ती
ये चीज हुई सस्ती
कपडे, चमड़ा का सामान, मोबाइल, फ़ोन, फोर चार्जर ,जुटे रत्न पत्थर और हीरे के गहने आर्टिफिसियल ज्वेलरीथापेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के लिए जरूरी रसायनों पर कस्टम ड्यूटी, स्टील स्क्रैप पर कन्सेश्नल कस्टम ड्यूटी एक साल के लिए बढ़ी। मेथनॉल के साथ कुछ रसायनों पर कस्टम ड्यूटी।
और ये चीज हुई महंगी
सभी इंपोर्टेड सामान और छातों पर ड्यूटी को बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है।
देश में सबसे पहला बजट साल 1860 को सात अप्रैल को प्रस्तुत किया गया था | तब ईस्ट इंडिया कंपनी से जुड़े स्कॉटिश अर्थशास्त्री और नेता जेम्स विल्सन ने इसे ब्रिटिश साम्राज्ञी के सामने रखा गया था ,जबकि स्वतंत्र भारत का २६ जनवरी 1947 को पेश किया गया था
वैसे आपको हम बता दे, की साल 1955 तक ये सिर्फ एक भाषा में ही प्रस्तुत होता था | वह भाषा थी अंग्रेजी | बाद में कोंग्रेस सर्कार ने इसे हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों भाषा में पेश करना शुरू कर दिया था | पहले रेट बजट और आम बजट अलग अलग पेश किये जाते थे ऐसा साल 2017 तक होता रहा मगर इसी साल रेल बजट को आम बजट में ही मिला दिया गया था, जिसके बाद से सिर्फ एक बजट ही पेश किया जाता है। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दस्तक के बाद साल 2021-22 का बजट कागज-रहित पेश किया गया था।
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