उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का दौर उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 को एक नया मोड़ दे रहा है अभी तक कई नेता मंत्री विधायक अपने दलों को छोड़ दूसरे दलों में शामिल होकर अपनी नई पार्टी को मजबूत बनाने की बात करते हैं ऐसे में आज भारतीय जनता पार्टी की सांसद रीता बहुगुणा जोशी की भी बीजेपी को छोड़ने की बात सामने आ रही है

कौन हैं रीता बहुगुणा जोशी ?

22 जुलाई 1949 को जन्मी रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवंती नंदन बहुगुणा की बेटी हैं। उन्होंने डॉक्ट्रेट  डिग्री हासिल  इलाहबाद विश्वविद्यालय में प्रोफेसर भी हैं। उनके पति पी. सी जोशी पेशे  मैकेनिकल इंजीनीयर हैं। उनका एक पुत्र है जिसका नाम मयंक जोशी है। 1995 में वे इलाहबाद  मेयर बनीं और यहीं से उनके राजनितिक करियर की शुरुआत हुई। वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश कैबिनेट में मंत्री का पदभार संभाल रही हैं। इससे पहले वे 2012 तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमिटी की अध्यक्षा रहीं लेकिन 2016 में उन्होंने 24 साल के कांग्रेस का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया। उन्होंने दो बार लोकसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाने की कोशिश की लेकिन दोनों बार विफल रहीं। रीता बहुगुणा एक प्रसिद्ध लेखिका  भी हैं। वे अब तक इतिहास की दो किताबें भी लिख चुकी हैं.

बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखा इस्तीफा पत्र

भारतीय जनता पार्टी की सेवा करने वाली रीता बहुगुणा जोशी पर वे विधानसभा चुनाव में दल बदलने का रंग चढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है रीता बहुगुणा जोशी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर अपने इस्तीफे की बात कही है उन्होंने पत्र में अपना प्रस्ताव रखते हुए कहा है कि वह मेरे बेटे मयंक को बीजेपी लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं और भारतीय जनता पार्टी मेरे बेटे को लखनऊ कैंट से टिकट दे अगर भारतीय जनता पार्टी मेरे बेटे को टिकट नहीं देती है तो वह सांसद पद से और भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे देंगी

 

मयंक जोशी 2009 से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं

सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी भारतीय जनता पार्टी के लिए सन 2009 से काम कर रहे हैं लेकिन बीजेपी के नियम ‘प्रति परिवार एक ही सदस्य‘ को देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी में जोशी को टिकट देने में अपने हाथ खड़े करेगी क्योंकि रीता बहुगुणा जोशी अपने दिए गए इस्तीफे में साफ लिख चुके हैं कि अगर उनके बेटे को टिकट नहीं मिली तो वह बीजेपी के साथ-साथ वर्तमान सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगी सूत्रों की माने तो रीता बहुगुणा जोशी अपने इस्तीफे के बाद समाजवादी पार्टी में शामिल हो सकती हैं लेकिन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह घोषणा भी कर दी है कि अब बीजेपी से किसी को अब सपा में नहीं लेंगे तो ऐसे में रीता बहुगुणा जोशी अगर इस्तीफा देती है तो वह किस पार्टी में शामिल होंगी यह तो वक्त ही बताएगा

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